घाटी में बिगड़ते हालातों और सुरक्षा एजेंसियों से मिले अलर्ट के बाद राज्य सरकार ने कश्मीर में पूरी तरह फेसबुक और वॉट्सएप पर पाबंदी लगा दी है. सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक सोशल मीडिया के जरिए कश्मीरियों को भड़काने की कोशिश की जा रही है.
सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक दहशतगर्दों की नजर अब स्कूल-कॉलेज के छात्रों पर है. वे सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर घाटी के हालात बिगाड़ने की कोशिश में लगे हुए हैं.

बिगड़े हुए हैं घाटी के हालात
आपको बता दें कि, 9 अप्रैल को श्रीनगर, बडगाम और गांदेरबल में उपचुनाव के दौरान हिंसक झड़प हुई थी. उसके बाद से कई इलाकों में स्थिति तनावपूर्ण है. श्रीनगर समेत कई इलाकों में सोमवार को सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी के मामले सामने आए थे. इसके बाद कई जगहों पर सुरक्षाबलों ने भीड़ को हटाने के लिए कार्रवाई भी की थी. जिसके बाद अलगाववादियों ने कई जगह पत्थरबाजी के लिए कॉलेज छात्रों को आगे किया. इस बीच, कश्मीर में सभी स्कूल-कॉलेजों को बंद करने का प्रशासन ने आदेश दिया है और इंटरनेट पर भी रोक लगा दी गई थी.

बंद है मोबाइल इंटरनेट
कश्मीर घाटी में भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) सहित सभी सेलुलर कंपनियों की मोबाइल इंटरनेट सेवा पिछले छह दिनों से बंद है. इसे गुरुवार को भी जारी रखा गया. दरअसल, पिछले शनिवार पुलिस कार्रवाई में पुलवामा में 60 से अधिक छात्र घायल हो गए थे. जिसके बाद घाटी के हालात बिगड़े हुए हैं.

तीसरे दिन बंद रहे कॉलेज
कश्मीर घाटी में आज तीसरे दिन कॉलेज बंद रहे, जबकि उच्च माध्यमिक विद्यालय और हाई स्कूल खुले रहे. दूसरी ओर कश्मीर विश्वविद्यालय (केयू) और इस्लामिक यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (आईयूएसटी) ने सभी परीक्षाएं तय शेड्यूल के मुताबिक आयोजित करने का फैसला किया है. हालांकि, दोनों विश्वविद्यालयों में पढ़ाई का काम आज भी निलंबित रहा क्योंकि प्रशासन के अंदर हंगामे का डर है.

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