फ़िल्मी अभिनेता शाहरुख़ खान प्रेमी, जिहादी, आतंक प्रेमी होने के आरोप लगते ही रहते है ऐसा नहीं है की शाहरुख़ खान पर ये आरोप बिलकुल बेबुनियाद लगते है। शाहरुख़ खान की गतिविधियाँ ही इतनी संदिग्ध है की उनपर इस तरह के आरोप लगना लाजमी है दरअसल 2010 में शाहरुख़ खान की इस्लामिक कट्टरपंथी ज़ाकिर नाईक से मुलाकात हुई थी ज़ाकिर वही कट्टरपंथी है
जिसे कई आतंकवादी अपना गुरु बता चुके हैं, कई देशों में ज़ाकिर के घुसने पर भी बैन है, ज़ाकिर नाईक वही कट्टरपंथी है जिसने कहा था की ओसामा बिन लादेन आतंकवादी नहीं बल्कि हीरो है
जिस कट्टरपंथी ने आतंकवादी लादेन को हीरो बताया था, जो सैंकड़ो आतंकवादियों का गुरु है शाहरुख़ खान उस से मिलकर कितनी ख़ुशी जाहिर कर रहे थे, तथा शाहरुख़ खान ने ज़ाकिर नाईक की जमकर तारीफ भी की, ऐसा प्रतीत होता है की ज़ाकिर से मिलकर शाहरुख़ खान ने आतंकवाद का खूब सार ज्ञान भी हांसिल कर लिया जिस से वो बेहद खुश थे
अब शाहरुख़ खान पर जिहादी होने के आरोप ना लगे तो क्या लगे

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