यूपी में भाजपा की चुनावी रणनीति की धुरी अमित शाह मानते हैं कि यहां भाजपा के लिए हर संसदीय क्षेत्र के मायने हैं और हर क्षेत्र के लिए अलग रणनीति तैयार की गई है, जिसके केंद्र में नरेंद्र मोदी होंगे। सूबे में चालीस से अधिक सीटों की उम्मीद कर रहे शाह मानते हैं कि तीसरा मोर्चा कुछ हताश नेताओं की काल्पनिक उड़ान है। यह मोर्चा खड़ा ही नहीं हो पाएगा। भाजपा के प्रदेश प्रभारी से अवनीश त्यागी ने बातचीत की-
प्रदेश में भाजपा के लगातार घट रहे वोट प्रतिशत को कैसे बढ़ाएंगे?
यह नामुमकिन काम नहीं है। प्रदेश ही नहीं पूरे देश की जनता कांग्रेस एवं उसके सहयोगी दलों से मुक्ति पाने की अकुलाहट में है। नरेंद्र मोदी के रूप में मिल रहे विकल्प को लोगों ने स्वीकार लिया है। एकतरफा रुझान भाजपा की ओर होने से रिकार्ड वोट मिलेंगे।
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प्रदेश भाजपा की गुटबाजी खत्म किए बिना कामयाबी कैसे मिलेगी?
नरेंद्र मोदी फॉर पीएम की मुहिम में कहीं, कोई भी गुटबाजी मुझे नजर नहीं आई। जनता ने बदलाव लाने का बना लिया है। लोकतंत्र में केवल जनता की मर्जी ही चलती है।
टिकटों को लेकर क्षत्रपों में चल रही खींचतान पर कैसे काबू पाएंगे?
कोई खींचतान नहीं, प्रत्याशी चयन का फैसला केंद्रीय संसदीय बोर्ड करेगा। संगठन के निचले स्तर से प्रत्याशियों को लेकर परामर्श किया जा चुका है। केवल जीत हासिल करने की मेरिट पर उम्मीदवार चयनित होंगे।
टिकट बंटवारे में युवा व महिलाओं का कोटा होगा?
कोई कोटा नहीं, भाजपा को केवल जिताऊ उम्मीदवार उतारने की चिंता है।
पार्टी अपने प्रत्याशियों की सूची कब तक जारी करेंगी?
जल्द ही, इसी माह के अंत तक पहली सूची आने की उम्मीद है।
नरेंद्र मोदी क्या यूपी में किसी सीट से चुनाव लड़ेंगे?
नरेंद्र मोदी को अपने यहां से चुनाव लड़ाने की मांग कई स्थानों से आ रही है परंतु पार्टी जहां से उपयुक्त समझेगी, वहां चुनाव लड़ेंगे।
यूपी में किस दल से सीधा मुकाबला होगा?
मुकाबले में कोई नहीं, कहीं सपा तो कहीं बसपा लड़ती दिख रही है। चंद सीटों में कांग्रेस सामने होगी। इसलिए प्रत्येक सीट पर अलग से रणनीति तय की गई है।
प्रदेश में संगठन की कमजोरी कैसे दूर होगी?
संगठन पूरी तरह से तैयार है। 80 प्रतिशत बूथ कमेटियां गठित हो चुकी हैं। भाजपा इस बार अमेरिकन प्रेसिडेंट स्टाइल में चुनाव लड़ेगी जिसका केंद्र बिंदु नरेंद्र मोदी होंगे। लोगों से सीधे जुड़ कर प्रचार अभियान चलेगा।
प्रदेश में किसी पार्टी से गठबंधन की बात चल रही है?
गठबंधन किसी से नहीं होगा। सभी 80 सीटों पर भाजपा लड़ेगी।
तीसरा मोर्चा के गठन के दावे में कितना दम देख रहे है?
तीसरा मोर्चा कुछ हताश नेताओं की काल्पनिक उड़ान है। यह खड़ा नहीं हो पाएगा।
आम आदमी पार्टी से कितना खतरा मान रहे है?
आम आदमी पार्टी का कोई जमीनी असर नहीं। जनता उनकी सच्चाई को जान चुकी है।
प्रदेश में भाजपा का मुख्य मुद्दा क्या रहेगा?
कांग्रेस, सपा व बसपा की तिकड़ी से मुक्ति, सुशासन लाने के संकल्प के साथ मुस्लिम आरक्षण कोटा का विरोध होगा। ओबीसी आरक्षण में कटौती को किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे।
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