जीवन जीने के लिए पहले इंसान को रोटी कपडा और मकान की आवश्यकता होती थी लेकिन ये तब था जब की हमे अपनी आवश्यकताओं के बारे में अधूरा ज्ञान था जीवन जीने के लिए हमारे जीवन में शिक्षा का होना बेहद आवश्यक है क्यों की शिक्षा से हमें अपने अधिकारों के बारे में ज्ञान प्राप्त होता है जिस प्रकार  स्वस्थ शारीर के लिए खाना जरुरी है ठीक उसी प्रकार  एक अच्छा और सम्मान्नित  जीवन के लिए हमारा शिक्षित होना भी उतना ही जरुरी है।  शिक्षा हमारे जीवन की चौथी सबसे बड़ी  जरुरत है। . यह हमारे जीवन का कमाया हुआ वो धन है जिसे न कोई छीन सकता है ना चुरा सकता है। . शिक्षा हमारे जीवन की वो पूंजी होती है जिसके निवेश से जिंदगी के अंत तक हम लाभान्वित हो सकते है। . मैंने भी महसुस किया है आपने भी किया होगा कि खाना मकान के साथ शिक्षा के बिना हम स्वच्छ साँस नहीं ले सकते इसलिए शिक्षा भी उतनी ही जरुरी है जितना की रोटी कपड़ा और मकान।  मई मानती कि अशिक्षा हमारे जीवन का वो अन्धकार है जिसे दुनिया की कोई रौशनी नहीं मिटा सकती सूरज भी नहीं जिसके पास रौशनी की असीमित भंडार है वो भी हमें अशिक्षा के अंधकार से बाहर नहीं निकल सकता स्पष्ट है की इस अन्धकार से निकलने के लिए हमें शिक्षा के प्रकाश का सहारा लेना होगा जिसके बाद हमारे जीवन में कभी अन्धकार नहीं आ सकता आए भी तो हम निकल सकते है 
अगर आपके पास सोना चांदी धन आदि है तो उसके खोने का दर आपको हमहस अर्हता है जिससे आपके जान को भी खतरा हो सकता है लेकिन शिक्षा ऐसा धन है जिसे खोने या काम होने का कभी डर  नहीं होता और ना ही इससे आपके जीवन या जान को कोई खतरा हो सकता है। आज के समाज में शिक्षा अहम है इसलिए शिक्षा कही से भी कही भी मिले ग्रहण करना चाहिए इसको ग्रहण करने का कोई समय सीमा नहीं होता यह हमारे जीवन का कमाया हुआ अतुलनीय धन है शिक्षा है तो हम हर चीज को पहचान और समझ सकते है अच्छे बुरे का पहचान कर सकते है लेकिन अगर हमारे पास शिक्षा नहीं है तो हमारी कोई पहचान नहीं। . स्त्री हो या पुरुष दोनों के ही जीवन में शिक्षा का होना अति आवश्यक है अपने अधिकार और अपने पहचान को पाने के लिए। 

Post a Comment

Powered by Blogger.