ये खबर है सिराजगंज बांग्लादेश के पूर्वी देलुआ गांव की वो जहां दरिंदो से गुहार लगाते हुए माँ ने कहा अब्दुल अली, "एक-एक करके मेरी बेटी का बलात्कार करो वो भी हाथ जोड़कर आप सोच रहे होंगे कि एक माँ ऐसा कैसे कर सकती है कैसी माँ है ना जाने कौन कौन से सवाल उठ रहे होंगे आपके अंतर्मन क्यों न उठे यह सवाल उठना लाजमी है आखिर वो माँ ऐसा कह रही है जिसके ममता को कोई नहीं आंक सकता लेकिन आप जब जानेंगे की आखिर उस माँ ने ऐसा क्यों कहा तो आपके आंसू छह क्र भी नहीं रुकेंगे में तो ज्यादा देर न करते हुए आपको बतादे की माँ बलात्कारियो से अपनी बेटी की ज़िन्दगी की भीख मांग रही है जी हां हैरान मत होइए आप उस माँ ने अपनी बेटी की जान बचाने के लिए ऐसा कहा क्यों की बलात्कारी एक नहीं 11 थे ये सुन क्र आप भी चकित और भावविभोर हो गए न बात परिस्थिति ही कुछ ऐसी थी भगवन ना करे की ऐसा किसी माँ क सामने उसकी 14 वर्ष की बेटी जी हां सिर्फ 14 वर्ष की थी उसकी बेटी जब उसका बलात्कार करने दरिंदे पहुंचे जिनकी उम्र लड़की के उम्र की दोगुनी और तीगुनी थी
अब आपको स्पष्ट हो गया होगा
माँ अपनी बेटी को बचाने के लिए ही ऐसा कह सकती है की एक - एक कर के बलात्कार करो वर्ण वो मर जायेगी बलात्कारियो का एक का बार बार नाम लेकर कहती है की अब्दुल अली रहम करो वर्ण वो मर जाएगी
बांग्लादेश के सिराजगंज में अनिल चंद्र, उनकी पत्नी और 14 साल की बेटी पूर्णिमा रहते थे
अनिल चंद्र एक हिन्दू थे तथा इनके पास जमीन थी ये बात मुस्लिमो को पसंद ना आई की एक काफिर कैसे अमीर है, ये सभी मुस्लिम खालिद जिया जो बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री है उसके पार्टी के लोग थे
पर दरिंदो ने ना माँ को छोड़ा ना पूर्णिमा को
अधमरा छोड़ गए पूर्णिमा और उसकी माँ को, सभी ने बलात्कार किया, और पड़ोसियों से कह गए की जो इनकी मदद करेगा उसके साथ भी ऐसा होगा, किसी ने हिन्दू परिवार की मदद नहीं की, अनिल चंद्र ने होंश में आने के बाद किसी तरह खुद को उठाया और पुलिस स्टेशन गए पर पुलिस ने कोई कारवाही नहीं की, चूँकि सभी दरिंदे खालिद जिया की पार्टी के थे
जब ये मामला पुरे बांग्लादेश में आया और न्यूज़ पेपरों में छापा गया तब जाकर 6 दरिंदो को पकड़ा गया, ये घटना कभी किसी भारतीय न्यूज़ में नहीं रही, जो पेपर की कटिंग है वो बांग्लादेश का न्यूज़ पेपर है, भारत के पश्चिम बंगाल का नहीं
क्या यही यही इंसानियत है , अल्लाह हो या भगवान इसकी लिए कोई माफ़ नहीं कर सकता है , माफ़ी की उम्मीद करना भी नहीं चाहिए ऐसे लोगो को मेरे हिसाब से आप क्या कहेंगे कोई माफ़ी है इसके लिए ?
Post a Comment